पूरी दुनिया के साथ-साथ किशनगंज में भी आज अंतरराष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई दिवस उत्साह और गंभीरता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिले के प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद और आम नागरिकों ने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों पर अपनी राय रखी और पर्यावरण संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।
अंतरराष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई दिवस पर किशनगंज ने दिया संदेश
🌍 “धरती बचाने के लिए खुद से करनी होगी शुरुआत” — डीएम विशाल राज
JEB News से विशेष बातचीत में किशनगंज के जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा कि जलवायु परिवर्तन अब केवल पर्यावरण का नहीं, बल्कि मानव अस्तित्व का प्रश्न बन चुका है।
उन्होंने कहा —
“हमें जल, हरियाली और स्वच्छता इन तीनों मोर्चों पर मिलकर काम करना होगा। किशनगंज जिला प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। विद्यालयों में ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान को जोड़ा गया है, और ग्रामीण इलाकों में प्लास्टिक-मुक्त गाँव की दिशा में कार्य जारी है।”
डीएम ने यह भी कहा कि सरकार नीतियाँ बना सकती है, लेकिन वास्तविक परिवर्तन तभी संभव है जब हर नागरिक स्वयं से शुरुआत करे।
“पेड़ लगाना, बिजली-पानी की बचत करना और प्लास्टिक का उपयोग कम करना ही असली जलवायु कार्रवाई है।”
उन्होंने जानकारी दी कि जिले में विद्यालयों, पंचायतों और शहरी इलाकों में स्वच्छता व हरियाली अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि आमजन को जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक किया जा सके।
अंतरराष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई दिवस पर किशनगंज ने दिया संदेश
💧 “जल और हरियाली दोनों को बचाना होगा” — जसीम अख्तर
जिला आधार कोऑर्डिनेटर जसीम अख्तर, जो लंबे समय से “जल-जीवन-हरियाली” अभियान से जुड़े हैं, ने कहा कि हम तेजी से अपने प्राकृतिक संसाधनों को खो रहे हैं।
“अगर अब नहीं संभले तो भविष्य कठिन होगा। हमें वर्षा जल संचयन और वृक्षारोपण को अपनी आदत बनाना होगा। जब जनता साथ आएगी, तभी प्रशासन के प्रयास सफल होंगे।”
🌿 “साफ हवा अब सपना बनती जा रही है” — मोहम्मद अली कौसर
अलीगढ़ पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष मोहम्मद अली कौसर ने कहा कि अब स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है।
“गर्मी, धूल और प्रदूषण ने हवा को दूषित कर दिया है। ग्लोबल वार्मिंग इसका मुख्य कारण है। पेड़ कम हो गए हैं, गाड़ियाँ ज़्यादा हो गईं। अगर हमने अब भी प्रदूषण नहीं रोका, तो आने वाली पीढ़ी के लिए साफ हवा भी सपना बन जाएगी।”
अंतरराष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई दिवस पर किशनगंज ने दिया संदेश
⚡ “बदलाव की शुरुआत घर से होनी चाहिए” — नोमान प्रधान
युवा समाजसेवी नोमान प्रधान ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर केवल चर्चा से काम नहीं चलेगा।
“लोगों को जागरूक होना होगा। जब तक हम अपने घर, मोहल्ले और स्कूलों में जागरूकता नहीं फैलाएँगे, तब तक बदलाव नामुमकिन है। पानी, बिजली और प्लास्टिक के उपयोग में सावधानी सबसे ज़रूरी है।”
🌦️ “हर साल बिगड़ रहा है मौसम का हाल” — खालिद राही
समाजसेवी खालिद राही ने जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताई।
“कभी बाढ़, कभी तेज गर्मी, कभी असमय बारिश — मौसम का हाल हर साल बिगड़ता जा रहा है। अगर अभी नहीं चेते तो आने वाले वक्त में मुश्किलें बढ़ेंगी। पेड़-पौधों को बचाना और प्लास्टिक के प्रयोग को खत्म करना अब अनिवार्य हो गया है।”
♻️ “किशनगंज की महिलाएँ पर्यावरण की प्रहरी बन रही हैं” — रोशनी परवीन
महिला हेल्पलाइन केंद्र की प्रशासक रोशनी परवीन ने बताया कि जिले की महिलाएँ अब प्लास्टिक कचरे को उपयोगी वस्तुओं में बदलने का कार्य कर रही हैं।
“इससे न केवल पर्यावरण को लाभ हो रहा है, बल्कि महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है। अगर हर घर में ऐसी छोटी पहल शुरू हो जाए, तो पूरा शहर स्वच्छ और हरित बन सकता है।”
उन्होंने गर्व से कहा कि किशनगंज की महिलाएँ अब सिर्फ घरेलू जिम्मेदारियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
🌱 जनता और प्रशासन मिलकर लाएँगे बदलाव
अंतरराष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई दिवस पर किशनगंज से यह स्पष्ट संदेश गया कि जलवायु संकट से निपटने के लिए सरकार और जनता दोनों की समान भूमिका है।
जहाँ जिला प्रशासन लगातार जागरूकता और हरियाली अभियान चला रहा है, वहीं नागरिक और एक्सप्रेस वेलफेयर फाउंडेशन जैसी संस्थाएँ भी हरित जीवनशैली को प्रोत्साहित कर रही हैं।