पूर्णिया: लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ पूरे उल्लास और श्रद्धा के वातावरण में हो गई है। शनिवार को नहाय-खाय के अवसर पर पूर्णिया शहर के विभिन्न छठ घाटों पर व्रतियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। खास तौर पर सौरा नदी छठ घाट पर आस्था का सैलाब देखते ही बन रहा था। सुबह से ही महिलाएं और पुरुष व्रती स्नान कर पूजा-अर्चना में लीन दिखे और सूर्य भगवान से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
इस वर्ष पूर्णिया जिले में 12 प्रमुख छठ घाटों पर विशेष तैयारियां की गई हैं, जहां करीब 60 हजार व्रती भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करेंगे। जिला प्रशासन और नगर निगम ने घाटों की सुरक्षा, स्वच्छता और प्रकाश व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं। नगर निगम की टीमों ने घाटों की सफाई, कचरा निष्पादन, लाइटिंग और पेयजल जैसी सुविधाओं को दुरुस्त किया है।

घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़
नहाय-खाय के पहले दिन सौरा नदी घाट पर सबसे अधिक भीड़ देखी गई, जहां लगभग 20 हजार व्रतियों के जुटने का अनुमान है। वहीं, पक्की तालाब घाट पर करीब 10 हजार श्रद्धालु, ततमा टोली छठ पोखर घाट और चूनापुर घाट पर लगभग 5-5 हजार व्रती सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करेंगे।
गुलाबबाग के दमका नहर घाट पर 15 से 20 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा कलाभवन घाट, बेलौरी सौरा घाट, पोलिटेक्निक चौक घाट, अब्दुल्ला नगर दरगाह पोखर, कप्तान पाड़ा घाट और रामबाग छोटी पुलिया घाट पर भी श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ गई है।

सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
सौरा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण प्रशासन ने घाट पर बैरिकेडिंग की विशेष व्यवस्था की है। इसी तरह कला भवन तालाब, दमका चौक नहर घाट, पक्की तालाब और बेलौरी घाट पर भी बैरिकेडिंग और सुरक्षा घेरे लगाए गए हैं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए NDRF की टीम के साथ-साथ 100 से अधिक गोताखोर और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। हर घाट पर मजिस्ट्रेट की निगरानी, CCTV कैमरे और कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

सुविधाओं पर विशेष ध्यान
छठव्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने घाटों पर मेडिकल टीम, हेल्प डेस्क, चेंजिंग रूम, पेयजल, और सड़क मार्गों पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की है। बिजली विभाग की टीमें भी अलर्ट मोड पर हैं ताकि बिजली कटौती जैसी समस्या न हो।
बाजारों में बढ़ी रौनक
छठ पर्व की शुरुआत के साथ ही पूर्णिया शहर के बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ गई है। ठेकुआ, सूप-दौरा, नारियल, केला, गन्ना, फल और पूजा सामग्री की दुकानों पर लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं। महिलाएं और बच्चे उत्साह से खरीदारी करते नजर आए। शहर के मुख्य बाजारों—गुलाबबाग, बन्नी चौक, लाइन बाजार और बस स्टैंड इलाके में पूरे दिन भीड़ रही।
आस्था, स्वच्छता और अनुशासन का संदेश
पूर्णिया प्रशासन का कहना है कि इस वर्ष छठ पर्व को “स्वच्छ और सुरक्षित छठ” थीम पर मनाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी घाटों पर साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन और जल निकासी की विशेष व्यवस्था की गई है।
यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है, बल्कि यह शुद्धता, अनुशासन और स्वच्छता का भी संदेश देता है। श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक एकता के इस अनूठे पर्व ने पूर्णिया की धरती को एक बार फिर आस्था के रंग में रंग दिया है।
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