पूर्णिया: सदर थाना क्षेत्र के गुलाबबाग स्थित सिंघिया बस्ती में रविवार रात एक 18 वर्षीय लड़की को जहरीले रसेल वाइपर सांप ने डस लिया। पीड़िता सुरेंद्र उरांव की बेटी सुजीता कुमारी पर अचानक हुए इस हमले के बाद परिजन घबराकर उसे तत्काल GMCH (गांधी मैमोरियल अस्पताल) लेकर पहुंचे। साथ ही सांप को भी पकड़कर प्लास्टिक के डिब्बे में बंद कर अस्पताल में डॉक्टरों को दिखाया गया ताकि वे उचित इलाज कर सकें।

घटना की जानकारी:
सुजीता कुमारी की चाचा छोटू पासवान ने बताया कि रविवार रात करीब 9 बजे अचानक बिजली चली गई थी। गर्मी के कारण सुजीता आंगन में टहल रही थी, उसी वक्त रसेल वाइपर सांप ने उसके पैर में डस लिया। सांप के काटते ही लड़की जोर-जोर से चीखी, जिससे परिवार वाले तुरंत मौके पर पहुंचे। लाइट जलाकर देखा तो सांप भागने लगा। उसे पकड़कर डिब्बे में बंद कर दिया गया।

अस्पताल में इलाज:
परिजन तुरंत सुजीता को GMCH लेकर पहुंचे, साथ में वह जहरीला सांप भी लाए ताकि डॉक्टर उसे देखकर सही एंटीवेनम दे सकें। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जब सांप को दिखाया गया तो वहां मौजूद डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ भी रसेल वाइपर की जहरीली प्रवृत्ति देखकर हैरान रह गए। प्रारंभिक इलाज के बाद 30 से अधिक एंटीवेनम की खुराक देने के बाद मरीज की हालत स्थिर हुई है।
GMCH के डॉक्टरों ने बताया कि सुजीता को रेस्क्यू के बाद इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है और उसे 24 घंटे की कड़ी निगरानी में रखा गया है। फिलहाल मरीज की तबियत में सुधार देखा जा रहा है। डॉक्टरों ने यह भी कहा कि जब हालत पूरी तरह ठीक हो जाएगी, तब सांप को जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया जाएगा।
परिजनों की चिंता और उम्मीद:
परिजन और ग्रामीण इस मामले को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि रसेल वाइपर की जहरीली काट अधिक खतरनाक मानी जाती है। वे डॉक्टरों से अपील कर रहे हैं कि वे हरसंभव प्रयास कर सुजीता की जान बचाएं। साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि वे भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए जागरूकता बढ़ाएंगे।
निष्कर्ष:
यह घटना पूर्णिया में सांप के काटने की गंभीरता को दर्शाती है, जहां जहरीले सांपों का खतरा अभी भी बना हुआ है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध है कि वे ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए उचित तैयारी करें और ग्रामीणों को सुरक्षा व बचाव के प्रति जागरूक करें ताकि ऐसी आपदाओं से जान-माल की हानि कम से कम हो।
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