सासाराम: बिहार की राजनीति में एक नई हलचल देखने को मिली है, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत करते हुए सासाराम के सुआरा हवाई अड्डा मैदान में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। इस मंच पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। तीनों नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार और चुनाव आयोग पर तीखे हमले करते हुए इसे संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई बताया।
संविधान बचाने की हुंकार: बिहार से राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरू
राहुल गांधी का सीधा हमला: “संविधान खतरे में है”
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत संविधान के महत्व को बताते हुए की। उन्होंने कहा कि देश में आज लोकतंत्र और संविधान पर हमला हो रहा है। भाजपा और आरएसएस मिलकर संविधान को मिटाने की साजिश में लगे हैं।
“यह सिर्फ एक यात्रा नहीं है, बल्कि यह देश के संविधान को बचाने की लड़ाई है। पूरे देश में भाजपा और आरएसएस मिलकर उन अधिकारों को छीनने पर तुले हैं, जो इस देश के गरीबों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को संविधान ने दिए हैं,” राहुल गांधी ने कहा।
उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए वोटर लिस्ट में हेराफेरी का आरोप लगाया और कहा कि ओपिनियन पोल में महागठबंधन को जीत मिल रही थी, लेकिन परिणाम इसके विपरीत आए।
“लोकसभा में जीतने के बाद महागठबंधन चार महीने में उसी क्षेत्र में कैसे हार गया? जांच कराने पर पता चला कि वहां एक करोड़ नए वोटर अचानक जुड़ गए – ये वोटर कहां से आए?”
संविधान बचाने की हुंकार: बिहार से राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरू
चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि अब यह स्वतंत्र संस्था नहीं रही, बल्कि केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है।
“चुनाव आयोग जो कर रहा है, वह सबको दिख रहा है। वह निष्पक्ष संस्था नहीं रही। हम इसे वोट की चोरी नहीं करने देंगे,” उन्होंने कहा।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि गरीब और कमजोर वर्ग के पास सिर्फ एक हथियार है – उनका वोट, और उस पर किसी भी तरह की साजिश नहीं चलने दी जाएगी।
लालू प्रसाद यादव की हुंकार: “बीजेपी को उखाड़ फेंको”
लंबे समय के बाद किसी जनसभा में शामिल हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ चोरों और पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है।
“चोरों को हटाइए, बीजेपी को भगाइए, हमारी पार्टी को जिताइए। किसी भी कीमत पर भाजपा को सत्ता में नहीं आने देना है। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और हम सब मिलकर इस तानाशाही को उखाड़ फेंकेंगे,” लालू यादव ने कहा।
संविधान बचाने की हुंकार: बिहार से राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरू
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बताया कठपुतली
राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए उसे केंद्र सरकार की कठपुतली करार दिया।
“आज का चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा। अब यह भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है। वोटर लिस्ट में जबरदस्त गड़बड़ियां की जा रही हैं। बिहार की जनता अब इसे बर्दाश्त नहीं करेगी,” तेजस्वी ने कहा।
उन्होंने कहा कि यह यात्रा बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के विरोध में निकाली गई है, जिसमें कथित रूप से वोटर लिस्ट में बड़े स्तर पर छेड़छाड़ की जा रही है।
संविधान बचाने की हुंकार: बिहार से राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरू
चुनावी रणनीति की शुरुआत?
‘वोट अधिकार यात्रा’ को सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी भी माना जा रहा है। कांग्रेस और राजद, दोनों ही दल भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए एकजुट हो चुके हैं।
इस मंच से यह स्पष्ट हो गया कि विपक्ष अब सीधे तौर पर चुनाव आयोग, केंद्र सरकार और भाजपा की चुनावी रणनीति को चुनौती देने की योजना बना चुका है।
निष्कर्ष
बिहार से शुरू हुई ‘वोट अधिकार यात्रा’ विपक्ष की एक बड़ी राजनीतिक मुहिम है। जहां राहुल गांधी इसे संविधान बचाने की लड़ाई बता रहे हैं, वहीं लालू और तेजस्वी इसे भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने का अभियान मानते हैं।
अब देखना यह है कि यह यात्रा जनता को कितना प्रभावित कर पाती है और क्या यह विपक्ष को आगामी चुनावों में कोई निर्णायक बढ़त दिला सकेगी या नहीं। फिलहाल, बिहार की राजनीति इस यात्रा के बाद एक बार फिर गर्मा गई है।